सृष्टि
सृष्टि कय मुख्यतः दुई अर्थ होत अहैं (1) संसार अउर (2) निर्माण।
उदाहरण[सम्पादन | स्रोत सम्पादित करैं]
- ई सृष्टि में मनु कय पुत्र मानव बसत रर्है।
- वेद मे सूर्य कय सम्पूर्ण सृष्टि कय आत्मा कहा गय रहा।
- विनाश कय बाद सृष्टि अउर सृष्टि कय बाद विनाश प्रकृति कय नियम होय ।
- तुलसीदास जी रामचरितमानस कय सृष्टि कीहिन्।
- सृष्टि रचना महात्मा कय हाथ कय काम नाहीं, ईश्वर कय काम होय।
मूल[सम्पादन | स्रोत सम्पादित करैं]
- सृष्टि मूलतः संस्कृत कय शब्द होय।
अन्य अर्थ[सम्पादन | स्रोत सम्पादित करैं]
- संसार
- विश्व
- जगत
संबंधित शब्द[सम्पादन | स्रोत सम्पादित करैं]
- सृष्टा
- सृष्टि काल
- सृष्टि चक्र
अवधी में[सम्पादन | स्रोत सम्पादित करैं]
- [[ | ]]