रहीम

विकिपीडिया से
बचपन के अवस्था में अकबर के दरबार में कवि रहीम
रहीम के मकबरा, दिल्ली मा

रहीम एक मध्यकालीन सामंतवादी संस्कृति कवि रहेन। की क्रितियन मा एक ‘सिंगार-सोरठा’ है जेहिके तहत अबहीं ले कुल छः सोरठा मिलि सका अहैं। इन सोरठन मा सिंगार रस कै समाई है, साथेन कवि के कल्पना कै सिंगारी छौंक जहाँ-तहाँ मौजूद है। यै छवो सोरठै हियाँ प्रस्तुत कीन जात अहैं। इनकै मतलबौ भरसक बताय दिहे अहन्‌।


बाहर के कड़ियाँ[सम्पादन | स्रोत सम्पादित करैं]