हाथरस
हाथरस Hathras | |
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हाथरस में एक मंदिर | |
निर्देसांक: 27°36′N 78°03′E / 27.60°N 78.05°Eनिर्देशांक: 27°36′N 78°03′E / 27.60°N 78.05°E | |
देश | भारत |
राज्य | उत्तर प्रदेश |
ज़िला | हाथरस ज़िला |
जनसंख्या (2011) | |
• कुल | १५,६४,७०८ |
भाषाएँ | |
• प्रचलित | हिन्दी, बृजभाषा |
समय मण्डल | भारतीय मानक समय (यूटीसी+5:30) |
पिनकोड | 204101 |
दूरभाष कोड | 91-5722 |
वाहन पंजीकरण | UP-86 |
लिंगानुपात | 870 ♂/♀ |
वेबसाइट | hathras |
हाथरस (Hathras), भारत देश के उत्तर प्रदेश प्रान्त कय एक्ठु जिला अव नगर पालिका परिषद होय।
इतिहास
[सम्पादन | स्रोत सम्पादित करैं]हाथरस मा दक्षिण-पश्चिमी दिशा मा १९ वीं शताब्दी का एक दुर्ग का खंडहर मौजूद है। कौनो दस्तावेजी सबूत नाही बा, जौन ई बता सके कि कब शहर बनल अऊर केकर निर्माण भइल. जाट, कुशन, गुप्त साम्राज्य, मराठा अउर ठठेरा शासक इ क्षेत्र पर शासन कइलन. १७१६ ई. में, तेनुआं शासक ठाकुर जयसिंह का बेटा बदन सिंह राजपूत शासकन का हाथन से शासन ग्रहण कइलन. बदन सिंह के बाद, उनकर बेटा भूरी सिंह हाथरस का शासक बनल, भूरी सिंह के २ बेटा नवल सिंह अउर राजा दयाराम शासक बनल अइसन मानल जाला कि घनश्याम दास के शासनकाल में भगवान बलराम का मंदिर हाथरस के किला के भीतर बनावल गइल रहे. १८ वीं सताब्दी के आखिर मा मेई द्वारा आयोजित कईल गईल रहे, जेकर खंडहर किला (किला) अभी भी शहर के पूरब छोर पर बा. रेलवे स्टेशन क नाम हाथरस किला अहै जेकर अरथ है हाथस किला। १८०३ मा अंग्रेजन द्वारा ई क्षेत्र पर कब्जा कर लिया गयल रहा, लेकिन १८१७ में ई किला पर घेराबंदी कै खातिर ई जरूरी बनि गयल रहा की ई परमुखता के प्रतिबन्ध होय । हर साल लख मेला भगवान बालम मंदिर मा मनावा जात है, जेके लोकप्रिय रूप से डू बाबा के नाम से जाना जात है।
एक नजर मा
[सम्पादन | स्रोत सम्पादित करैं]- क्षेत्र: १८००.१q. Km.[१]
- आबादी: १५,६४,७०८
- भाषा: हिंदी
- गाँव: ६८३
- पुरुष: ८,३६,१२७
- महिला: ७,२८,५८१
यातायात अउर परिवहन
[सम्पादन | स्रोत सम्पादित करैं]हाथरस क सड़क अउर रेलमार्ग अलीगढ़ से जुड़ा अहै । हाथरस सड़क खैर अउर मथुरा से जुड़ा बा । हाथरस शहर मथुरा अउर कासगंज शहर से रेलवे लाइन से जुड़ा अहै। राष्ट्रीय राजमार्ग ५०९ (भारत) अउर राष्ट्रीय राजमार्ग ५०९ यहा से गुजरत है।
कृषि अउर उद्योग
[सम्पादन | स्रोत सम्पादित करैं]हाथरस मा तेल मिल अउर काटन मिल प्रसिद्ध है लेकिन एकर अलावा धातु हस्तशिल्प उधोग भी प्रसिद्ध है जउन ठठेरा समाज द्वारा किया जात है अउर इहँवा की धातु शिल्प की मांग विदेश तक होत है इहँवा की हींग विश्व प्रसिद्ध है।[२]
शिक्षा संस्थान
[सम्पादन | स्रोत सम्पादित करैं]हाथरस सहर मा पी. C. मा बागला कॉलेज, सरस्वती डिग्री कॉलेज अउर आर. डी. एम. एम. होई जांदा ए ई त बिटियन का स्कूल है! आगरा विश्वविद्यालय कय कई कॉलेज इहँवा अहैं। हाथरस सहर मा एम. जी पॉलीटेक्निक एक सरकारी संस्थान अहै इ मुरलीधर गजानंद बहुधंधि संस्थान के नाम से भी जानल जात बा। ई उत्तर प्रदेश कय सबसे बडा तकनीकी शिक्षा संस्थान में से एक अहै। इहाँ पर सबसे ज्यादा टेक्निकल शाखाओं का कोर्स उपलब्ध अहै। विवेक कुमार प्रसून जी यहा से ही वातानुकूलन अउर प्रशीतन अभियान्त्रिकी मा शिक्षा प्राप्त किहिन। विवेक कुमार प्रसून जी का भारतीय रेलवे मा एयर कंडीशनड कोच के निर्माण मा सराहनीय योगदान खातिर जानल जाला। विवेक कुमार प्रसून जी उक्त संस्थान मा महासचिव के पद पै भी रहे हैं।
सन्दर्भ
[सम्पादन | स्रोत सम्पादित करैं]- ↑ "जनपद हाथरस,उत्तर प्रदेश सरकार". District Hathras, Government of Uttar Pradesh (हिन्दी में). 20 February 2018. अभिगमन तिथि 11 November 2023.
- ↑ Live, ABP (8 April 2023). "हाथरस की हींग से महकेंगे देश-विदेश के बाजार...GI Tag क्लब में हुआ शामिल, 150 साल पुराना इतिहास!". hindi (हिन्दी में). अभिगमन तिथि 11 November 2023.